दिल्ली में कोर्ट मैरेज: क्या हैं वास्तविक प्रक्रियाएँ और छिपी हुई लागतें?
दिल्ली में कोर्ट मैरेज: क्या हैं वास्तविक प्रक्रियाएँ और छिपी हुई लागतें?
दिल्ली में कोर्ट मैरेज करने का विकल्प उन जोड़ों के लिए बहुत सुविधाजनक है जो पारंपरिक विवाह की प्रक्रिया से हटकर एक सरल और कानूनी तरीके से शादी करना चाहते हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया के बारे में कई भ्रांतियाँ और गलतफहमियाँ हैं, जिनमें से एक यह है कि कुछ लोग दावा करते हैं कि कोर्ट मैरेज एक दिन में ही पूरा हो सकता है। यह सच नहीं है, और इस लेख में हम इस प्रक्रिया के बारे में सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को स्पष्ट करेंगे, ताकि आप इसे सही तरीके से समझ सकें।
कोर्ट मैरेज की प्रक्रिया और समय
दिल्ली में कोर्ट मैरेज की प्रक्रिया में कम से कम दो दिन लगते हैं। इसके अंतर्गत दो प्रमुख चरण होते हैं:
- आर्य समाज में पंजीकरण (Registration at Arya Samaj): पहले दिन, दूल्हा और दुल्हन को आर्य समाज में पंजीकरण के लिए जाना पड़ता है। आर्य समाज एक धार्मिक और सामाजिक संस्था है जो विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा करती है। यहाँ पर पंजीकरण के बाद, शादी के लिए एक धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है।
- कोर्ट सर्टिफिकेट (Court Certificate): दूसरे दिन, कोर्ट में शादी का पंजीकरण करना होता है। इसके लिए दोनों पक्षों को अदालत में उपस्थित होना आवश्यक होता है, और कोर्ट द्वारा विवाह प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। यह प्रमाणपत्र शादी के कानूनी और वैध होने का प्रमाण होता है।
सरकारी कार्य दिवस
दिल्ली में कोर्ट मैरेज के लिए तीन विशेष कार्य दिवस निर्धारित हैं: सोमवार, बुधवार और शुक्रवार। इन दिनों में सरकारी अधिकारी उपलब्ध रहते हैं और विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा करते हैं। यदि आप इन दिनों में कोर्ट में उपस्थित होते हैं, तो आपकी पंजीकरण प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी हो सकती है। अन्य दिनों में यह प्रक्रिया संभव नहीं होती, क्योंकि सरकारी अधिकारी उपस्थित नहीं होते।
एक दिन में कोर्ट मैरेज: भ्रांति या धोखाधड़ी?
कुछ लोग दावा करते हैं कि दिल्ली में एक दिन के अंदर ही कोर्ट मैरेज किया जा सकता है। यह पूरी तरह से गलत है और ऐसे व्यक्तियों से सावधान रहना चाहिए। यदि कोई आपको एक दिन में कोर्ट मैरेज का वादा करता है, तो वह या तो प्रक्रिया के किसी भाग को सही से नहीं कर रहा होता, या फिर अवैध तरीके से इस प्रक्रिया को अंजाम दे रहा होता है। इस तरह के कार्यों में सम्मिलित होने से कानूनी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, और आपके विवाह का कानूनी प्रमाणपत्र भी अवैध हो सकता है।
शादी की वास्तविक लागत
कोर्ट मैरेज के दौरान निम्नलिखित खर्चे आते हैं:
- आर्य समाज शुल्क: आर्य समाज के पंजीकरण के लिए एक निर्धारित शुल्क होता है, जो शादी के अनुष्ठान और पंजीकरण के लिए लिया जाता है।
- न्यायालय शुल्क: कोर्ट मैरेज की प्रक्रिया के लिए न्यायालय द्वारा भी एक निश्चित शुल्क लिया जाता है, जो विवाह पंजीकरण और प्रमाणपत्र जारी करने के लिए होता है।
- पंडित दक्षिणा: यदि आप शादी के धार्मिक अनुष्ठान के दौरान पंडित की सेवाएँ लेते हैं, तो आपको पंडित को दक्षिणा भी देनी होती है। यह राशि पंडित के द्वारा किए गए विवाह अनुष्ठान की सेवा के बदले होती है।
इन तीनों शुल्कों के अलावा कोई अतिरिक्त या छुपी हुई लागत नहीं होती। यदि कोई व्यक्ति आपको इन शुल्कों से अधिक पैसे मांगता है, तो यह संदिग्ध हो सकता है और आपको उसे अवश्य रिपोर्ट करना चाहिए।
निष्कर्ष
दिल्ली में कोर्ट मैरेज की प्रक्रिया पूरी तरह से कानूनी और सरल है, बशर्ते आप सही समय और स्थान पर उपस्थित हों। यह एक दो-दिनों की प्रक्रिया है, जिसमें आर्य समाज और कोर्ट दोनों में पंजीकरण की आवश्यकता होती है। यदि कोई आपको एक दिन में शादी करने का वादा करता है, तो यह अवैध हो सकता है और आपको इससे दूर रहना चाहिए। हमेशा सुनिश्चित करें कि आप प्रक्रिया को सही तरीके से और बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के पूरा करें।